Thursday, February 21, 2008

गयाना में सिफर !

वास्तव में गायन समाज का बड़ा ही सुंदर सा auditorium था, जहाँ सिफर का मंचन हुआ |
आप सोच रहे होंगे क्या सिफर ? और गयाना ( गायन :) ) समाज में क्यों ?

तो रील उलटी घुमाते हैं | रहीम दरेदिया ( उर्फ़ द२ ) हमारे पास आए 'अभिनय' नामक नाटक स्पर्धा का इश्तेहार ले के | SBMJC के management कॉलेज द्वारा आयोजित की जा रही ये प्रतियोगिता तीन चरणों में होनी थी | ४५ मिनट का नाटक तैयार करना था और भिड़ जाना था !
और हम भिड़ गए! २००७ के अन्तिम दिनों में डी के घर पे ( और CCD पे ) एक नाटक लिखा गया | नाम था सिफर |
पहला राउंड sbmjc-CMS में हुआ और .. और ! किमोठी को नोना बच्चा बना के ले जाया गया !
"There's so much youth around here!!" ;)

वो round तो आराम से क्लिअर हो गया ; और बारी आई दूसरे राउंड की, जो १५ फरवरी को गयाना में हुआ |

शीशा टूट के ही नहीं दिया ! ( context नहीं है तोः डी को फ़ोन करें ;) ) पर फ़िर प्रत्यूष ने उसका कचूमर निकाल ही दिया |
किम और प्रत का अभिनय काबिल ऐ तारीफ था | कुछ पलों में तो रौंगटे खड़े हो गए |
कहीं कहीं volume का पंगा लगा ; जो आंशिक रूप से वहां के sound system, और आंशिक रूप से हमारी blocking की वजह से था |

इस सब पे लेटेस्ट समाचार ये है की असी फ़िर जंग जित गए हैं !

धन्यवाद रणधीर भाई का, जिन्होंने प्रौड़ में उम्दा काम किया | धन्यवाद प्रियंका का, जो नाटक की प्रौड़ लेडी हो गईं हैं | धन्यवाद धनंजय का , जो अब मशाल का अभिन्न अंग हो गया है | DJ ने तबले पे समाँ बाँध दिया!

८ मार्च डेट है | Chowdaiyya memorial , बंगलुरू !

3 comments:

Mashaal said...

just one more addition by me. we had a new face in the play "Sid", jinhone apne chote but mahhatva role ko bakhubi nibhaya... and not to forget Chacha, who was the only bright face in the dark play :)

vasuta said...

website looks really nice, great job everyone and all the best for Sifar show next week.
Vasuta

Thoda Khao Thoda Phenko said...

thank u vazz! :)